बोकारो से ज्ञानेंद कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बता रहे है कि इस बार के चुनाव को लेकर महिलाए बहोत उत्साहित है। महिलाओ में काफी आक्रोश भी है और उन्होने ये निश्चय किया है कि जो नेता सिर्फ चुनाव के समय ही जनता की बिच आते है और उनकी समस्याए सुनते है उन्हें वो अच्छे से सबक सिखाएंगी। महिलाए कह रही है कि हर चुनाव में प्रतायासी आते है और जनता से बड़े बड़े वादे करते है। मगर ये वादे सिर्फ वादे ही रह जाते है। एक अधिवक्ता मनोरमा सिंह ने कहा की आज हमलोग 21 सदी में आ गये है मगर आज भी महिलाओ को दबाया जाता है। आज भी महिलाओ का हक़ छीना जा रहा है। आज आलम ये है कि बहार तो बहार मगर घर में भी महिलाओ को प्रतारित किया जा रहा है। अतः वो इस हालत को देखते हुए एक ससक्त कानून की मांग कर रहे है।इसीलिए महिला आरक्षण बिल के पारित करने की आवासयाकता है।