गिरिडीह से मृणाल प्रसाद वर्मा जी झारखण्ड मोबाइल वाणी के द्वारा बताते है कि महिला मुखिया भले ही हो लेकिन उनके पति ही उनके पुरे काम करते है।महिलाओ को अधिकार नही नही दिया जाता है,आज तक वे अपने पुरूषो के बोझ ढोते आ रहे है।प्रशासन कि तरफ से तो पुरी ताकत दिया गया है परन्तु उनके पति वो ताकत अभी तक नही दिए,इसलिए इनका कहना है कि महिलाओ को जागरूक कराया जाये और अधिक से अधिक महिलाये अपने पैरो पर खड़े हो कर मुखिया बने।