दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक आदिवासी महिला पर हुए अत्याचार को बता रहे है इन्होने बताया कि फूलमणि नाम कि आदिवासी जिनके पति का निधन हो गया था इसके बाद उसके अबला समझ कर उस उसे घर से निकल दिया गाय उसके साथ मार-पीट कि, महिला कि एक सात वर्ष कि बेटी है जो साथ दर-दर कि ठोकर खाने को मजबूर है, इतना ही नहीं महिला ने बताया कि उसके ससुर ने उसे अपने साथ नाजायज सम्बन्ध बनाने को विवश किया और नहीं मानने पर उस पर कई आरोप कर उसे घर से निकल दिया, इस कहानी से यह तो साफ़ है कि हमारे समाज को अपने नज़रिये को बदलने कि जरुरत है