मंदी के कारण देशभर में बड़ी—बड़ी कंपनियां और कारखाने बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं. घाटा काम करने के लिए एक बार फिर मालिकों ने मजदूरों को हथियार बनाया है. बिना कारण लोगों की नौकरियां छीनी जा रही हैं... क्या आप अब भी चुप बैठेंगे?
मंदी के कारण देशभर में बड़ी—बड़ी कंपनियां और कारखाने बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं. घाटा काम करने के लिए एक बार फिर मालिकों ने मजदूरों को हथियार बनाया है. बिना कारण लोगों की नौकरियां छीनी जा रही हैं... क्या आप अब भी चुप बैठेंगे?