झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से ऐजाज आलम मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि हज़ार बागों का शहर कहे जाने वाला हज़ारीबाग़ जो सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बिन्दु माना जाता है। यह एक पर्यटक स्थल के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन इन दिनों यह शहर ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर आम जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।आए दिन शहर के विभिन्न चौक चोराहों में जाम की समस्या से राहगीर धिरे रहते हैं। जिस कारण स्कूल,कॉलेज और रोजमर्रा के कामकाज में जाने वाले लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जाम में फसे रहने के कारण लोग समय पर स्कूल,कॉलेज,दफ्तर और प्रतिष्ठानों नहीं पहुंच पाते हैं जिस कारण उनके समीप कई दिक्क़ते उत्पन्न हो जाती है। ट्रैफिक जाम के कारण कई बार गंभीर रोग से ग्रस्त मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुँच पाते हैं। ट्रैफिक नियमों को सुचारु रूप से बहाल रखने को लेकर विभिन्न चौक चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस और गस्सि दल के द्वारा निगरानी रखी जाती है, मगर कुछ स्थानों पर जो बेहद ही व्यस्त इलाके हैं उन जगहों पर हर समय निगरानी रखने की आवश्यक्ता बनी रहती है। साथ ही वाहन चालक द्वारा ट्रैफिक नियमों का उलंघन किये जाने के कारण भी जान की समस्या बन जाती है। वहीँ दूसरी ओर जबरन ओवरटेक करने,नोएंट्री में वाहन प्रवेश करने और नो पार्किंग जॉन में वाहनों को खड़ा करने के कारण भी जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। नियमों का उल्लंघन होने के कारण कई बार लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। इन समस्याओं के निदान के लिए जरुरी है प्रशासनिक स्तर पर ट्रैफिक नियमों में सुधार करने एवं बराबर निगरानी रखने और आम नागरिकों को अनुशासित तौर पर ट्रैफिक नियमों का पालन करने की। ताकि सड़क पर जाम की समस्या से सभी जनता निजात पा सकें। यह शहर जो सैलानियों का केंद्र बिन्दु माना जाता है उसे व्यवस्थित तरीके से सभी लोग अनुशासित हो कर एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाते हुए ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जागरूक बने और इसके लिए जागरूकता अभियान निकालने की अति आवश्यक्ता है। साथ ही प्रशासन भी सख्ती से नियमों का पालन करे तभी लोग जाम की समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।