जिला बोकारो से गोरा मिश्रा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि लोक तंत्र का महापर्व चुनाव आरंभ हो चुका है।आरक्षण कि बात क्षण क्षण में उठता नजर आ रहा है।लेकिन सवाल यह है कि क्या सही मान्य में आरक्षण होना एक समाधान है।अधिकांश यह देखा जाता है कि अनेक जगह में महिलाओ को आरक्षण दिया गया है।लेकिन यह ओपचारिक तौर पर रह चूका है वेहवारिक तौर पर यह दिखाई नहीं देता है।अत:आरक्षण होना ही किसी बात का समाधान नहीं है।आरक्षण चुनाव में नहीं बल्कि शिक्षा में और अधिकार में होना है जरुरी। यदि महिलाओ को पूर्ण आरक्षण देने कि बात कि जाती है तो यह भी एक अधिकार माना जाता है।