शैलेन्द्र सिन्हा दुमका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की जन सुचना पदाधिकारी आम लोगो की सुचना मांगे जाने पर उदासीन रवैया दिखाते है इन्होने बताया की जिले में चापाकल की सूचि के बारे और पेयजल की शुद्धता के बारे में पूछे जाने पर उन्होने नहीं बताया, इन्हों कहा प्रथम अपील के एक महीने बाद भी इन्हें जानकारी नहीं मिली, पेयजल की शुद्धता की रिपोट पर जानकारी मांगने पर अधिकारी ने कहा की जल की जाँच जल सैया द्वारा कराई जाती है जबकि जल सिया द्वारा जाँच 2011 से करना प्राम्भ किया गया है जबकि रिपोर्ट तो 2001 से मांगी गई है, इन्होने बताया की लोग इनकी जानकारी से संतुष्ट नहीं है और अधिकारी बड़े ही लापरवाही से RTI को ले रहे है और अपने काम को ठीक से नहीं कर रहे है