जिला देवघर से जयप्राकश सिंह झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि महिला आरक्षित 50 प्रतिशत की भागीदारी सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में यह बात सही है की महिलाओ को 50 प्रस्तिशत की आरक्षण मिला है प्र 50 प्रस्तिशत मात्र संसद केद्रीय और राज्य के पंचायत स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित है लेकिन मात्र 10,11 प्रतिशत महिलाए ही भागीदारी निभा रही है यह आपका दोस है न की पुरुष का दोष है,भागीदारी का सवाल है जन्हा महिला 32 साल के बाद चुनाव हुआ झारखण्ड में और महिलाओ को आरक्षण मिला हरिजन आदिवासी सामान्य जति को आरक्षण मिला लेकिन ये आरक्षण के तहत यदि महिला मुख्या बनी है,पंचायत समिति बनी है,वार्ड सदस्य बनी है इतने नैतिक स्टार पर गिरा हुआ है की अब वो दुबारा चुनाव जितने का कोई संकेत ही नहीं मिलता है और भरस्ठ विलुप्त होने जा रहा है इनका पति क्षेत्र में भ्रमण करता है और गलत सलत पैसे लेकर के गलत काम कर रहा है जो सरकार के नियम के बिरुद्ध हो रहा है।
