छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगांव से वीरेंदर गन्धर्व झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक कविता की प्रस्तुति दिए हैं। जिसमें वीरेंदर जी शिक्षा के महत्व को अपने लब्ज़ों में व्यक्त किए हैं।