छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगाँव से वीरेंद्र गन्दर्भ मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं, कि जंगल में अनमोल जड़ी बूटियाँ,पेड़ पौधे,जीव जन्तु एवं तरह-तरह पशु पक्षी निवास करते हैं। जो हमारे वातावरण को शुद्ध एवम स्वछ बनाए रखता है। लेकिन आज इन्ही जंगलों को लोग काटने में लगे हुए हैं। ऐसी स्थिति में जगल भी एक कहानी बन कर रह जाएगी। लोग अपने आने वाले पीढ़ी को कभी जंगल के बारे में रूबरू नहीं करवा पाएंगे। अतः जगंल को बचाने एवम देश को विकास की ओर ले जाने के लिए एक जुट हो कर हल निकाला जाए, कि कैसे बिना जंगल को काटे देश का विकास हो सकता है।