झारखण्ड राज्य के जिला हज़ारीबाग़ गाँव इचाक से टेक नारायण प्रसाद जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है। इनका कहना है कि महिलाओ के लिए एक दिन कार्यकर्म जो चल रहा है जो बहोत अच्छा है लेकिन महिलाओ की मर्ज़ी का एक दिन नहीं तीन दिन होना चाहिए। और उन्हें अपने जीवन को सजाने सवारने के लिए एक दिन नहीं तीन दिन की आज़ादी होनी चाहिए। पुरुषो के द्वारा मालाओ को आज़ादी मिलनी चाहिए घर से निकलने की अपनी मर्ज़ी का कार्य करने कि। एवं पुरुषो के साथ अपनी हर बात साझा करने की आज़ादी मिलनी चाहिए।