झारखण्ड राज्य के जिला धनबाद से राधू राय जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि सरकार द्वारा महात्मा गाँधी रोजगार गारंटी योजना अधिनियम लागु करने का मुख्य वजह बेरोजगार मजदूरों को रोजगार मुहैया कराना था। जिसके तहत मनरेगा कर्मियों को 100 दिनों का रोजगार दिया जाना है। लेकिन आज उन्ही कर्मियों के साथ विभाग द्वारा कई तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा है। मजदूरों से काम करवा कर उन्हें वेतन समय पर नहीं दिया जाता है। जिससे आक्रोषित होकर मजदूरों को हड़ताल करना पड़ता है। कई मजदुर को काम की तलाश के लिए अपने क्षेत्र से पलायन भी करना पड़ता है। और जैसा भी काम मिले मजदूर वो काम करने को बेबस हो जाते हैं। अतः मजदूरों के हक और अधिकार को दिलाने के लिए सरकार की ओर से कोई ठोस कदम उठाया जाए ताकि समय मजदूरों द्वारा की गई मेहनत की कमाई उन्हें मिल सके।