झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के नवाडीह प्रखंड से जे.एम रंगीला जी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि असंतुलित प्रकृति के कारण व्रजपात की घटनाएं बढ़ रही है । वैज्ञानिक पद्धति से सिद्ध है कि पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ोतरी के कारण वातावरण असंतुलित हो जाता है,जिससे मौसम पर काफ़ी असर पड़ता हैं। और वर्तमान समय में इसी का उदहारण है व्रजपात की घटना। व्रजपात से हरेक वर्ष कई मौतें भी हो रही हैं।हलाकि सरकार द्वारा कई बड़े भवनों व विद्यालयों में व्रजपात विरोधी यंत्र लगाए गए थे परन्तु लापरवाही के कारण वो चोरी हो गएँ हैं।उन्होंने व्रजपात से बचाव के उपाए बताते हुए कहते हैं कि पूर्व में व्रजपात से पीड़ित व्यक्तियों को जो प्राथमिक उपचार दिया जाता था अब वह भी कारगार साबित नहीं हो रहा है। अत: इस विषय में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।