झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला के दारू प्रखंड से बलराम शर्मा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बारिश का मौसम आते ही किसानों में उल्लास भर जाता हैं क्यूंकि धान रोपने में बारिश वरदान की तरह होती है। लेकिन बारिश का मौसम जहाँ अपने साथ राहत और खुशियाँ लाती है,वहीं व्रजपात जैसी घटनाओं में लगातार वृद्धि होने से लोगों के मायूसी भी साथ लेकर आती है। व्रजपात होने के कारण कई जीव-जन्तुओं की जान चली जाती है, जिससे जानमाल की भारी क्षति होती है।वे कहते हैं कि कुछ सावधानियों को अपना कर बरसात के दिनों में होने वाले व्रजपात के दुष्परिणाम से बचा जा सकता है।जैसे-बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे पनाह न लें।आकाशीय बिजली चमकने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग बिलकुल न करें।खेतों में काम करते समय खाली पैर न रहें तथा चप्पलों का इस्तेमाल करें या पैरों के नीचे ऐसी वस्तुएं रखें जिससे व्रजपात का प्रभाव न पड़े ।