झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के बाघमारा प्रखंड से बीरबल महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पंचायत चुनाव के बाद उनके क्षेत्र में विकास का झलक देखने को मिल रहा हैं। पहले छोटी छोटी चीज़ो के अभाव के कारण कई दिक्कते आती थीं। स्थानीय महिलाएँ दूसरे पर निर्भर रहती थीं। साथ ही सड़क की सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीण, शहरों में जा कर व्यापार नहीं कर पाते थे।और लोगों को बेरोज़गारी का सामना करना पड़ रहा था। परन्तु अब पंचायत चुनाव होने के बाद गांव में कई बदलाव हो रहे हैं। छोटे मोटे उद्योगों का निर्माण हो रहा हैं जो की आगे चल कर स्थानीय निवासियों को बेरोज़गारी के अंधेरे से निकाल कर उनके जीवन में उम्मीद की रोशनी जगाएगा। यही नहीं,सड़कों का निर्माण भी हो रहा हैं जिससे गांव वाले अपने व्यपार को शहरों से जोड़ पाएगें।साथ ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए स्वरोजगार योजना के तहत कम किस्तों में ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा हैं जो उन्हें खुद के व्यपार करने में मददगार साबित होगा इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी।यह बदलाव ग्रामीणों के क़दम को खुशहाल जीवन की तरफ बढ़ा रहा हैं। परन्तु इन सभी बदलाव के बीच एक छोटी सी बात ग्रामीणों के मन में खटक रही हैं और वह हैं मुखियाँ द्वारा गोपनीय ढंग से विकास कार्य का होना। अगर यही विकास के कार्य को ग्राम सभा में रख कर गति प्रदान की जाए तो ग्राम का विकास और अच्छे से एवम सुचारू रूप से आगे बढ़ेगा।