जिला बोकारो के कसमार प्रखंड से पवन कुमार ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की विवाह के अवसर पर कन्या पक्ष द्वारा वर पक्ष को उपहार के रूप में जो भेट दिया जाता है उसे दहेज़ कहा जाता है।यह प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है।लेकिन आज यह बुराई का रूप धारण कर चुकी है माता पिता अपने बेटी को दहेज़ अपनी ख़ुशी से देते है।और जो मांगा जाता है उसे दहेज़ कहा जाता है।दहेज़ प्रेम का उपहार है।दुर्भाग्य में अब दहेज़ जबरन मांग की जाती है।