झारखण्ड में सब्जी उत्पादन की अपार संभावनाएँ हैं, जहाँ उन्नत किस्म की सब्जियों का उत्पादन होता है|अन्य खाद्य पदार्थो की तरह ही हमारे लिए सब्जियों का अलग महत्व है। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य के कृषक वर्ग नकदी फसल, फलों एवं मौसमी सब्जियों की ओर भी अग्रसर हुए हैं| और वर्तमान में राज्य में भारी मात्रा में सब्जी का उत्पादन भी किया जाता है यहां के किसान सब्जी उत्पादन कर आर्थिक रूप से सशक्त हो सकते हैं।लेकिन वर्तमान समय में राज्य में सब्जी की खेती करने वाले किसानों की स्थिति कुछ और ही बयां करती है।श्रोताओं हम आपसे जानना चाहते हैं कि जहाँ एक ओर सरकार , किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है वहीँ किसान उत्पादित सब्जी को औने पौने दामों में बेचने के लिए क्यों बेवस हैं ?क्या किसानों को सब्जी बेचने के लिए सब्जी मंडी की उचित व्यवस्था की गई है ? आपके क्षेत्र में सब्जी बाजार की वर्तमान स्थिति क्या है ? श्रोताओं,किसान जिस तरह से पूंजी निवेश कर सब्जी की खेती करते है , सब्जी बेचने पर उन्हें लागत मूल्य भी प्राप्त नहीं होती ऐसे में किसानों की दिनचर्या किस तरह से प्रभावित होती है ?आपके अनुसार किसानों द्वारा उपजाई हुई सब्जी की सही मूल्य मिल सके इसके लिए सरकार को क्या करना चाहिए?