झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के बाघमारा से मदन लाल चौहान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि किसान ही आज हम सभी के लिए अन्न को उपजाता है। नए तकनीकों का प्रयोग कर वो हमें ज्यादा से ज्यादा अन्न देने की कोशिश करते है। यूरिया और केमिकल के ज्यादा प्रयोग से आज के समय में खेतों की उर्वरक क्षमता कम होते जा रही है। रासनायिक खाद का ज्यादा प्रयोग और अच्छी खेती नहीं होने के कारण , आज किसान बैंकों के ऋण तले दबते जा रहे है। और इसी बढ़ते क़र्ज़ के कारन कई किसान आज आत्म -हत्या करने को मज़बूर हो रहे है। सरकार को जैविक खाद का प्रयोग करने पर ज़ोर देना चाहिए। जिससे आगे चलकर किसानो की हालत में कुछ सुधार आए