झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के दारू प्रखंड से बलराम शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताते हैं कि गर्मी के मौसम आते ही सभी क्षेत्रों में पानी की किल्ल्त होने लगती है।और यह धीरे धीरे गंभीर समस्या का रूप धारण करते जा रहा है।इस समस्या को देखते हुए हम सभी जल संरक्षण की बात करते हैं, लेकिन यह बात वहीँ तक सिमित रह जाती है। लोग अपने जीवन में कही हुई बात को अम्ल नहीं कर पाते हैं।यही वजह है कि लोग अपने स्तर पर जल का संरक्षण नहीं कर पाते हैं।अगर हम चाहें तो जल का संरक्षण करने के कई तरीके हैं जैसे- वर्षा के जल को हार्वेस्टिंग विधि द्वारा संरक्षित कर भूमिगत जलस्तर को बढ़ाना चाहिए।साथ ही लोग अपने दैनिक कार्यों में भी बेवजह पानी की बरबादी करते हैं उसके बारे में भी उन्हें विचार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जल को बचाने के लिए सरकार द्वारा एक मुहीम चलाई गई जो काफी सराहनीय रहा। सरकार द्वारा हज़ारीबाग़ के कई प्रखंडों में डोभा का निर्माण करवाया गया।चापाकल के निर्माण से भूमि के जल का श्रोत काफी नीचे चला जाता है। इसलिए कम से कम चापाकल का निर्माण करना चाहिए तथा अधीक से अधिक कुआँ का निर्माण करना चाहिए। जिससे जल का स्तर ऊपर ही रहे।