झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के बाघमारा प्रखंड के महुदा प्रखंड से बीरबल महतो ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि गर्मी के मौसम में इलाके में पानी की समस्या हो जाती है।जल की कमी के कारण लोगों को पर्याप्त जल-नही मिलता है। कुआँ,चापाकल इत्यादि पानी के सभी श्रोत सुख जाते हैं।धनबाद क्षेत्र में कोयले की खान होने के कारण,पानी जमीन के बहुत नीचे चला जाता है,इस वजह से इस क्षेत्र में जल-संरक्षण एक बहुत बड़ी चुनौती है।परन्तु फिर भी बरसात के पानी को बड़ा गड्ढा खोद कर उसे संरक्षित किया जाता है,ताकि लोग उस जल का उपयोग कर सकें।डीप बोरिंग के माध्यम से पीने योग्य जल प्राप्त करते हैं।दुर्भाग्यवश कहीं-कहीं चापाकल के माध्यम से पानी में फ्लोराइड मिल रहा है ,जिसका उपयोग कर लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और लोग भयभीत भी होते हैं।सरकार को चापाकल की जाँच कर फ्लोराइड युक्त चापाकल से लोगों को सावधान करना चाहिए,जिससे लोग स्वस्थ रहें।साथ ही इस क्षेत्र में गरीबों के पास फ्रिज नहीं होता है ,इसलिए वे मिटटी के बर्तनों में पानी रख कर ठंडा कर के पीते हैं।