झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला के इचाक प्रखंड से टेकनारायण नारायण प्रसाद खुश्वाहा ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि गर्मी के दिनों में कुआँ,तालाब,पोखर एवं नदियों में पानी सुख जाता है और पानी के लिए लोग व्याकुल हो जाते हैं।यहाँ तक कि कई चापाकल में पानी निकलता ही नही है और जहाँ निकलता है ,वहाँ चापाकल से पानी लेने वालों की लम्बी लाइन देखी जाती है।बरसात के पानी को संग्रह करने का उपाय समय रहते कर लेना चाहिए।इसके लिए बरसात के मौसम में जगह-जगह डोभा और तालाब का निर्माण होगा ,तो गर्मी के मौसम में जल-संकट से सम्बंधित परेशानियाँ नही होंगी।साथ ही ऐसे तालाब का भी निर्माण करना चाहिए जहाँ पहाड़ी क्षेत्रों से पानी बहकर उस तालाब में संग्रह हो जाए एवं गर्मी के मौसम में इस पानी का उपयोग मनुष्य और पशु-पक्षी कर पाएंगे।