झारखंड राज्य के धनबाद जिला के तोपचाँची प्रखंड से रविंदर महतो ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आठ मार्च को पुरे विश्व में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। परन्तु सत्यता यह है कि समाज में आज भी महिलाओं को घृणा की दृष्टि से देखा जाता है।आज स्थिति यज है कि जब भी घर की महिलाएं आगे बढ़ कर अपने परिवार की मदद करती है तो समाज उन्हें बंधनो में जकड़ लेता है।हमारे झारखंड राज्य में महिलाओं की दशा काफी ख़राब है।शिक्षित नहीं होने के कारण महिलाओं को दलालों द्वारा दिल्ली ,मुंबई,गुजरात जैसे बड़े शहरों में काम दिलाने के झांसा देकर ले जाते हैं।जहां उनका शोषण होता है।वे कहते हैं कि ऐसे मामले कई बार बार प्रशासन के सामने भी आया है। परन्तु इस तरह के मामले को गभीरता से नहीं लिया जाता। इसे रोकने के लिए जरुरी है कि महिलाओं को शिक्षित करना होगा और उन्हें रोजगार मुहैया कराना होगा। ताकि वो दूसरे राज्यों की ओर काम के तलाश में पलायन न करें। साथ ही महिलाओं के प्रति समाज की मानसिकता बदलने के लिए कार्यकर्म चलाये जाने की जरुरत है।