झारखंड राज्य के धनबाद जिले के बाघमारा प्रखंड से मदन लाल चौहान मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि राज्य से दिनों दिन मानव तस्करी की समस्या कम होने के बजाये वर्तमान में काफी बढ़ गया है इसके पीछे गरीबी एक महत्वपूर्ण कारण है।सरकार के द्वारा मानव तस्करी रोकने के लिए कानून तो बनाये गए हैं परन्तु सुस्त कानून व्यवस्था के कारण विचौलिया एवं दलाल हावी है।वे कहते हैं कि मानव तस्करी को रोकने के लिए सिर्फ कानून बनाने से नहीं बल्कि झारखण्ड में ही रोजगार सृजन के उपाए सरकार को ढूंढना चाहिए।साथ ही रजिस्टर एनजीओ के माध्यम से हो रहे लड़कियों की तस्करी पर नुक्कड़ नाटक सभा का आयोजन समय समय पर कराना चाहिए। ताकि इसके प्रति समाज के लोगों में जागरूकता आये।चूँकि जानकारी और शिक्षा के आभाव में पीड़ित परिवार दलालो को पहचान नहीं कर पाते हैं। जिसका फायदा बिचौलिए चिकनी चुपड़ी बातो कर लोगों को फंसा लेता है। इस तरह हो रहे मानव तस्करी से लड़कियों की तस्करी करने वाले दलाल मालामाल हो रहे हैं, तो वहीँ असंख्य युवतियों की नर्क बनती जा रही है । अत: इसे रोकने के लिए सरकार को रोजगार पर फोकस करना चाहिए।