झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड से राजेश्वर महतो मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम बाल विवाह मुक्त झारखण्ड अभियान के सन्दर्भ में बताते हैं कि भारत वर्ष में बाल विवाह बहुत ही गंभीर समस्या बन गई है। बाल विवाह का ग्राफ देखा जाए तो राजस्थान,एमपी,यूपी,बिहार तथा झारखंड में इसकी संख्या अधिक देखने को मिलता है। हाल ही में झारखण्ड सरकार ने कैबिनेट की बैठक में यह मंजूरी दी है कि अब सभी को विवाह के लिए निबंधन करवाना होगा। इस फैसले का जनता तहे दिल से स्वागत करती है। क्योंकि दहेज़ प्रथा और बाल विवाह समाज के लिए दो पहिया बना हुवा है। इसे निरन्तरं करने के लिए प्रत्येक राजस्व ग्राम में जोरदार आंदोलन जागरूकता चलाने की जरुरत हो रही है। इस रूढ़िवादी विचार धारा से असंख्य लोगो की जान जा चुकी है।