झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के इचाक प्रखण्ड से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा जी झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि झारखंड में लड़कों को ख़रीदा जाता है तब लड़कियों का विवाह होता है।इसे हम दहेज़ प्रथा कहते है।इनका कहना है की इस प्रथा को समाप्त किया जाये और बाल विवाह मुक्त झारखंड बनाया जाये।यहाँ प्रेम का सौदा होना चाहिए ना की पैसों का सौदा होना चाहिए। पैसों की बात आती है तो कन्या के पिता के ऊपर बोझ बढ़ जाता है।और जिनके घर में ज्यादा बेटियाँ है उनके पिता गरीब हो जाते है।इसलिए बेटी-बेटों को समान अधिकार देकर बाल विबाह प्रथा को समाप्त करना चाहिए