जिला हजारीबाग,बाघमारा से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बाल संरक्षण समिति का गठन कर बाल विवाह को रोका जा सकता है। और पंचायत प्रतिनिधि के अलावे समाजसेवी लोगो का भी साथ समिति का गठन किया जाए। जो बाल विवाह को रोकने का काम कर सके। ऐसे लोगो के लिए बाल संरक्षण समिति का गठन होने से बाल विवाह को रोका जा सकता है। हमारे झारखंड में प्रचलन है क्रय विवाह का जहाँ दूल्हा को खरीद करके विवाह रचाया जाता है। इस परिचालन को सख्ती से रोका जाए। इसके लिए कड़े से कड़े कानून बने हुए हैं जिसके तहत सजा दिलाने का का किया जाए। जिससे बाल विवाह मुक्त झारखण्ड का निर्माण हो सके।