जिला हजारीबाग से ताजीम जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि आज समाज के लोग इतने गिर गए हैं की आज अपने बाल बच्चो के भविष्य बनाने के काम नहीं कर रहे हैं।जो बाल विवाह करने में जितना खर्च करते हैं अगर उस पैसे को बच्चे को पढ़ाने में खर्च करें तो बच्चे की भविष्य सुधर सकती है। कुछ लोग लालच में आकर बच्चे की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं और बाल विवाह करवा देते हैं। ये बहुत बड़ा आपराधिक घटना है। लेकिन देखा जा रहा है की जिस वक्त बच्चे का पढ़ने लिखने का समय होता है उसी समय दहेज़ लेकर बच्चो के भविष्य को ख़राब कर दिया जाता है।