जिला हज़ारीबाग़ इचाक से टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बाल विवाह करना अभिशाप है। बाल विवाह होने से बच्चों का बचपन छीन जाता है।बाल विवाह से बचने के लिए समाज को जगाने की जरुरत है,शिक्षा को आगे लाने की जरुरत है। बाल विवाह को रोकना बहुत ही जरुरी है।कम उम्र में बच्चे मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से तैयार नहीं होते हैं तथा उनकी शिक्षा भी अधूरी रह जाती है। उनका हर सपना अधूरा रह जाता है। विवाह होने के बाद बच्चों को कई तरह के प्रताड़ना का भी शिकार होना पड़ता है। लड़कियां कम उम्र में माँ बन जाती है साथ ही कई बिमारियों से भी ग्रसित हो जाती है, और कई तरह की समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है।