जिला धनबाद बाघमारा से बीरबल महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि आंशिक दृष्टि दोष,रतौन्धी तथा मोतियाबिन के विषय में बताते है कि यदि सही समय पर ईलाज नहीं किया गया तो धीरे-धीरे आँखों की रौशनी खत्म हो जाती है।साथ ही कि एक पिछड़ा वर्ग क्षेत्र में घटी घटना के बारे में भी बताते है कि इस क्षेत्र में अस्पताल काफी दूर है और इस क्षेत्र के अधिकांश लोग पढ़े लिखे नहीं थे साथ कोई समाज सेवक नहीं होने के कारण लोगो को किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिलती थी इस क्षेत्र में दो बच्चे ऐसे थे जिन्हें कुछ दिखाई नहीं देता था उनके अभिभावक से बात करने पर यह जानकारी मिली की अस्पताल की दुरी बहुत दूर है और पैसे की कमी के कारण ईलाज नहीं करा पाते है तो उन अभिभावक को सरकारी अस्पताल में मिलने वाली निःशुल्क सुविधाओ के बारे में जानकारी दिए तथा बच्चे का ईलाज कराने के बारे में कहा गया।समय रहते उन बच्चो के आँखों का ईलाज आसानी से हो गया साथ ही एक बुजुर्ग व्यक्ति के आँखों में मोतियाबिन हो गया था परंतु वे पैसे के अभाव में ईलाज नहीं करा पाते थे उन्हें सरकारी अस्पताल में मिलने वाली सुविधा के बारे में बताए तथा इलाज कराने की सलाह दिए।