हजारीबाग से तेजनारायण ने मोबाइल वाणी माध्यम से बताया कि घर के पास गुजरते हुए इन्होने एक साल के बच्चे को बुखार में तपता पाया।जब ये उस बच्चे के घर के अंदर गए तो देखा कि चारों तरफ गंदगी थी और जगह -जगह जल -जमाव था।वातावरण को देखकर ऐसा लगा कि घर में मच्छर थे।मादा एनोफिल मच्छर का लार्वा बच्चे के शरीर में फैल गया हो ,इस बात का कोई शक नहीं था।मलेरिया के लक्ष्ण को देखते हुए बच्चे को स्वास्थ्य -केंद्र ले जा कर इलाज कराने का सलाह दिया गया।सलाह के अनुसार बच्चे को सरकारी अस्पताल ले जाया गया,उस का इलाज हुआ और वो बिलकुल ठीक हो गया।