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बिहार राज्य के नालंदा जिला प्रखंड एकंगनसराय से ग्रीश देवी जीविका मोबाइल वाणी के माधयम से समूह में एक गीत प्रस्तुत कर रहीं हैं।
बिहार राज्य के नालंदा जिला से संगीता कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि बच्चे को छः माह के बाद ऊपरी आहार देना चाहिए ,उनके आहार खाद्य में से कम से कम चार खाद्य समूह ज़रूर शामिल करना चाहिए। जैसे दाल,अंडा-मांस,फलिया,दूध से बनी चीज़ें आदि।सभी 6-8 माह तक के बच्चों को पाव भर के कटोरी में आधा-आधा कटोरी दिन में दो बार खिलाना चाहिए,9-12 माह तक के बच्चों को पाव भर के कटोरी में आधा-आधा कटोरी दिन में तीन बार खिलाना चाहिए और 12-24 माह तक के बच्चों को पाव भर के कटोरी में पूरी-पूरी कटोरी तीन कटोरी दिन में तीन बार खिलाना चाहिए। साथ में माँ का दूध भी पिलाना है।इससे बच्चें को पौष्टिक मिलता है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से रंजन जी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि अगले वर्ष मैट्रिक की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विभाग की ओर से खबर आ रही है कि 10वीं की सेंटअप परीक्षा की तिथि का किया गया है पुनर्निर्धारण। जहां यह परीक्षा 4 दिसम्बर से होने वाली थी वही शिक्षा विभाग द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव के अनुरोध पर पुनर्निर्धारण करते हुए तिथि में परिवर्तन किया गया है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से सुनीता देवी जीवीके मोबाइल वाणी के माध्यम से एक मधुर गीत पेश की है,जिसमें इन्होनें गंगा नदी के बारे में वर्णन किया है
बिहार राज्य के नालंदा जिला से रिया देवी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार के बारे में बताई।उन्हें कम से कम 10 खाद्य समूह में से पांच खाद्य समूह ज़रूर खाना चाहिए।साथ ही अपने आहार में विभिन्न प्रकार के साग-सब्ज़ी,फल,दूध,मांस-मछली आदि शामिल करना चाहिए। इससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहेंगे। सभी गर्भवती महिलाओं को दिन में दो बार आराम करना ,दिन में दो घंटा और रात में आठ घंटा।
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बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से रिंकू देवी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि गर्भवति माताओं को अपना खास ख्यान रखना चाहिए। जैसे ही उन्हें अपने गर्भ का पता चले, वैसे ही तुरंत उन्हें आंगनवाड़ी केंद्र में अपना नाम पंजीकरण करना ज़रूरी है और साथ ही चार प्रसव जाँच भी करवाना चाहिए। समय-समय पर टीके लगवाना चाहिए। और वजन भी कराते रहना चाहिए। खान-पान में उन्हें पौष्टिक आहार लेना ज़रूरी है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला से समूह की एक दीदी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि आज की बैठक में इन्होनें शौचालय निर्माण पर चर्चा किया। जो दीदी अपने घर में शौचालय नहीं बनाये है वे जल्दी से अपने घर में शौचालय का निर्माण करें। क्योंकि बाहर शौच करने से गंदगी फैलती है जिससे बीमारी फैलने का डर रहता है।