बिहार राज्य के जिला नालंदा प्रखंड एकंगनसराय से संजय ,जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से जैतीपुर के आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका रबीना कुमारी से परिवार नियोजन के बारे में बात कर रहे है,जिसमे रबीना दीदी ने बताया कि बड़ा परिवार दुःखी परिवार होता है और छोटा परिवार सुखी परिवार होता है। इसलिए लड़कियों को पहला बच्चा कम से कम 21 वर्ष के उम्र में करना चाहिए और इसके तीन साल के अंतराल में दूसरा बच्चा करना चाहिए। दो बच्चे ही रखने चाहिए,हम दो और हमारे दो। अगर स्त्री कमजोर है तो पति को नसबंदी कर लेना चाहिए और नहीं तो गर्भनिरोधक गोलियां,सुई आदि का इस्तेमाल भी कर सकती है। जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से पुरे समाज को इस तरह की जानकारी मिल रही है। बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए,छोटा परिवार होना अति आवश्यक है।
sapna Devi ne bataya ki samuh se Paisa lekar gotni ko aage badhaya.
Soni Devi ne bataya ki Jeevika me judkar makan banaya.
Bholi Didi ne bataya ki samuh se Paisa lekar kapra dukan me lagaya.
बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से पुष्पा कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए ,उन्हें रोजाना खाने में दस खाद्य समूह में से पांच खाद्य समूह ज़रूर लेना चाहिए। जैसे : हरा साग-सब्ज़ी,अनाज-दाल,दूध-दही,मांस-मछली,अंडे,मौसमी फल आदि। और साथ ही धात्री माताओं को गर्भवती महिलाओं से ज़्यादा खाना खाना चाहिए,क्योंकि वे अपने बच्चें को दूध पिलाती हैं।
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viswa shochalya divas ke awasar par karyakaram aayogan Kar naw nirmit shochalya ka phita Kat Kar udghatan Kiya Gaya.
बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से सुनीता कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से जीविका पर आधारित एक मधुर गीत पेश की है। इस गीत में इन्होनें जीविका के बारे में दर्शाया है। बताया है कि जीविका से जुड़कर गरीबी को जड़ से मिटा सकते है।
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बिहार राज्य के नालंदा जिला से ऋषिकेश प्रभाकर जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बच्चें को जन्म के तुरंत बाद माँ का पीला गाढ़ा दूध पिलाना चाहिए और छः माह तक बच्चें को सिर्फ माँ का ही दूध पिलाना चाहिए छः माह के बाद बच्चें को ऊपरी आहार देना शुरू कर देना चाहिए। साथ खाद्य समूह में से उन्हें चार खाद्य समूह ज़रूर देना चाहिए। 6-8 माह के बच्चे को एक पाव की कटोरी से आधी कटोरी दिन में दो बार खाना खिलाना चाहिए।9-11 माह के बच्चे को 1 पाव की कटोरी से दिन में तीन बार आधी कटोरी के माप से खाना देना चाहिए।12-24 माह के बच्चे को 1 पाव की कटोरी से दिन में 3 बार खाना खिलाना चाहिए।