बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से रामानुज जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है, कि मनरेगा के तहत वृक्ष लगाने,नदी खुदाई इत्यादि काम तो हुए है।परन्तु उसका लाभ कुछ भी नहीं हुआ है, सभी काम आधा अधूरा किया गया है। साथ ही वे बताते है ,कि मनरेगा के अंतर्गत और कई काम होने चाहिए।जैसे कि नाली का निर्माण, शौचालय टैंक निर्माण आदि काम लेकिन ये सब काम नहीं किया गया है । उन्होंने जीविका मोबाइल वाणी पर ये भी बतया की मनरेगा के अंतर्गत काम करने तो लोग चाहते है परन्तु मजदूरी कम मिलती है और मनरेगा के तहत काम भी बहुत काम मिलता है।जिस कारण वे काम नहीं करते है।

पिंकी सिन्हा ने बताया कि समूह से पैसा लेकर पोल्ट्रीफार्म में लगाया और उसी से आगे बढ़ रही है।समूह में जुड़ी दीदी को संदेश देती है कि आप भी समूह से पैसा लेकर अपने आप को आगे बढ़ाए।

रिंकी कुमारी बताती है,पढ़ना लिखना बहुत जरूरी है इससे ज्ञान की प्राप्ति होती है,और हम आगे बढ़ते है,इसी लिए समूह से जुड़ने के बाद हमने समूह से पैसा लेकर अपने बच्चे को पढ़ाने का काम कर रही हु। समूह के दीदी को संदेश देती है कि जीविका से लिये पैसो का सदुपयोग करे।

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बिहार राज्य के नालंदा जिला के एकंगरसराय प्रखंड से एक समूह की दीदी जीविका मोबाइल के माध्यम से जीविका समूह पर आधारित एक बहुत ही खूबसूरत लोक गीत प्रस्तुत किया है। इस गीत में उन्होंने जीविका समूह के पांचो सूत्रों की जानकारी दी है।

बबीता देवी बताती है की समूह से पैसा लेकर पती को साइकिल का दुकान खोलवाया।और उस से हमारा परिवार चलता है।

सिंटू देवी बताती है कि ये जो 35 रुपये का हर महीने गरीबो को मोबाइल रिचार्ज करना पर रहा है इस से गरीबो को दिकतो का सामना करना पर रहा है,वो कहती है कि जैसे पहले चल रहा था वैसे ही चलना चाहिए।