बिहार राज्य के नालंदा जिला से सबिता कुमारी जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि शिशु के जन्म के तुरंत बाद एक घण्टे के अंदर शिशु को माँ का दूध पिलाया जाना चाहिए।बच्चे के लिए वह अमृत समान है, जो जिंदगी भर उसे रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।स्तनपान कराने से मां के दूध बच्चे के लिए जीवन भर फायदेमंद होता है, इसलिए बच्चे के जन्म के समय मां का पहला गाढ़ा-पीला दूध अवश्य पिलाना चाहिए इसके अलावा उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म के 6 माह तक सिर्फ और सिर्फ मां का दूध पिलाना है। इसके बाद भी कम से कम दो साल तक ऊपरी आहार के साथ मां का दूध भी देना है।