रेणु देवी बताती है कि जीविका से जुड़कर पैसा लिया उस से मिठाई की दुकान लगाया खुद मिठाई बनाते है और खुद दुकान चलाते है।दुकान की आमदनी से परिवार चलाते है और बच्चों को पढ़ा रहे है।