बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा प्रखंड के जूनियार गांव से इंदिरा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि सरकार की ओर से लड़का और लड़की में फर्क न करने का लगातार प्रयास अभी भी जारी है। हमारे देश में कम से कम 75 प्रतिशत लोग ऐसे है,जो लड़कियों को हीन दृष्टि से देखते है।शायद वे यह नहीं जानते कि नारी को ही शक्ति कहा गया है। वही लड़की किसी की माँ है,बहु है,बहन है और बेटी भी है।घर में लड़कियां अपने माता-पिता का सेवा करती है,सिलाई-कढ़ाई कर घर के लिए दो पैसे उपार्जन करती है,बल्कि घर के हर कामो में हाथ बटाती है।आज समाज में लड़का और लड़कियों को बराबरी का दर्जा दिया गया है,जो बहुत ही ख़ुशी की बात है।