छत्तीसगढ़ से हमारी श्रोता ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि छेड़खानी के डर से लड़कियों को पढाई नहीं छोड़नी चाहिए बल्कि बुराई के प्रति आवाज उतनी चाहिए।