विपिन कुमार,मुंगेर से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बेरोजगारी की समस्या में वृद्धि हो रही है.आजादी के सत्तर साल बाद भी आज युवा रास्ट्रय को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए है लेकिन इस राह की सबसे बढ़ी समस्या बेरोजगारी है.देश में शिक्षित युवा बेरोजगारों की तादात दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है,युवाओ के आँखों में सिर्फ सपने है लेकिन उन्हें साकार करने का रास्ता दूर-दूर तक नजर नही आ रहा है. युवा शक्ति को आत्म-निर्भर बनाने के लिए कोई पहल नहीं किया जा रहा है.पिछले कई सालो से रोजगार के लिए नए क्षेत्र का सृजन नहीं होने से भी बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है।