क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले अमेरिका के तीसरे सबसे बड़े बैंक कैपिटल वन के ग्राहकों का डाटा चोरी होने का बड़ा मामला सामने आया है। एक महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बैंक का सर्वर हैक कर दस करोड़ से ज्यादा ग्राहकों के निजी डाटा में सेंध लगा दी। इसे बैंकिंग क्षेत्र में डाटा चोरी के सबसे बड़े मामलों में गिना जा रहा है। डाटा चोरी को अंजाम देने वाली महिला पेज थॉमसन को गिरफ्तार कर लिया गया है।अमेरिकी अभियोजकों ने सोमवार को बताया कि सिएटल की रहने वाली थॉमसन कैपिटल वन के डाटाबेस का संचालन करने वाली अमेजन वेब सर्विसेज के लिए काम कर चुकी है। उसने इसी डाटाबेस में सेंधमारी कर ग्राहकों की निजी जानकारी तक पहुंच बनाई। कैपिटल वन के अनुसार, थॉमसन ने एक लाख 40 हजार सोशल सिक्योरिटी नंबर और 80 हजार बैंक अकाउंट नंबरों की चोरी की।इसके अलावा क्रेडिट कार्ड के लिए आए करोड़ों आवेदनों की भी चोरी हुई। ये आवेदन 2005 से 2019 के बीच दाखिल किए गए थे। बैंक ने हालांकि कहा, 'हमारा मानना है कि जानकारी का उपयोग धोखाधड़ी के लिए नहीं किया गया। इसका प्रसार किए जाने की भी संभावना कम है।' कैपिटल वन ने यह भी बताया कि डाटा चोरी से उसे 15 करोड़ डॉलर (करीब एक हजार करोड़ रुपये) की चपत लगेगी।एफबीआइ के अधिकारियों ने सोमवार को थॉमसन के घर पर छापा मारा। उसके घर से कई डिजिटल डिवाइस बरामद हुईं। इनमें कैपिटल वन से संबंधित कई अहम जानकारियां मिलीं। साइबर अपराध में तेजी से बदलाव हो रहा है। डेटा चोरी से नुकसान में लगातार वृद्धि हो रही है।इस पर लगाम लगाने के लिए सरकार द्वारा क्या प्रयास होने चाहिए..? ऐसे कौन से उपाय है जिनसे साइबर अपराधियों को अपराध के पूर्व ही रोका जा सके..?अगर इस विषय से संबंधित कोई राय या सुझाव हो तो हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर। अगर आपको यह खबर अच्छी लगी तो लाईक करें इस खबर को