ग्राम तुर्की के मंजू देवी द्वारा बताया गया कि नहीं लगभग 8 महीने गाछी की देखरेख मनरेगा विभाग में की है जिनका पैसा केवल डेढ़ से 2 माह तक मिला है और बाकी पैसा अभी तक नहीं मिल पाया है।