जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के समास गांव में एक वृद्ध द्वारा अपने पुत्र के खिलाफ मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करवाने और हत्या कर दिए जाने की आशंका के बाद भी वृद्ध ऋषिकेश पांडेय को सुरक्षा न देने के कारण उनके द्वारा जहर खा कर आत्महत्या कर लेने की घटना और एक छोटे कार वाहन की झूठी चोरी के मामले में पुलिस द्वारा उच्च पुलिस पदाधिकारी के आदेश के बगैर मामले में एक शरीफ व्यक्ति की गिरफ्तारी करने को लेकर एसपी कार्तिकेय शर्मा ने सख्त कार्रवाई करते हुए बरबीघा के थाना अध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक जयशंकर मिश्रा को तत्काल प्रभाव से रविवार के दिन लाइन हाजिर कर दिया। जबकि उनके स्थान पर थाना में कार्यरत पुलिस अवर निरीक्षक लीलाधर झा को थाना अध्यक्ष की तत्काल जिम्मेवारी सौंपी है। जबकि थाना के पुलिस अवर निरीक्षक असलम खान को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया। इसकी जानकारी एसपी ने दी। मालूम हो कि बरबीघा पुलिस के कई मामले लगातार सामने आते रहे हैं। सामस गांव के बुजुर्ग के द्वारा बेटे के मारपीट का प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी । परंतु बुजुर्ग को कोई सुरक्षा नहीं दी गई। बेटा पर कार्रवाई नहीं हुई। फिर अचानक बुजुर्ग की मौत हो गई । कहा जाता है कि आधी रात को मौत के तुरंत बाद बुजुर्ग के एक परिजन ने थानाध्यक्ष को सूचना दी थी। परंतु थानाध्यक्ष ने कार्रवाई नहीं की । इसका ऑडियो भी वायरल हुआ और एसपी को ऑडियो दिया गया। उधर, एक अन्य मामला उत्पाद विभाग के गाड़ी चालक दीपक कुमार के द्वारा एक फाइनेंसर से गाड़ी खरीदी गई। उसके बाद उसे ओएलएक्स पर बेचने की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद जमुई के लक्ष्मीपुर निवासी एवं पटना में रहने वाले सुनील कुमार पहुंचे और गाड़ी की खरीद की चर्चा हुई । दीपक को सुनील कुमार सवा लाख दिया और फिर अपनी जिम्मेवारी पर देने का किस्त देने एग्रीमेंट हो गया। उसके बाद दो-तीन महीने किस्त देने पर दीपक ने कहा कि मुझे पूरा पैसा एक बार चाहिए। इसके बाद सुनील आया और 50,000 दिया। वह लौटकर घर गया तो दीपक ने गाड़ी चोरी होने की प्राथमिकी दर्ज करा दी। झूठी प्राथमिकी पर थाना के दरोगा असलम खान पटना गए और सुनील कुमार को घर से गिरफ्तार किया। हथकड़ी लगाकर मोहल्ले में घुमाया । लाख कहने के बाद ही उसकी एक फरियाद नहीं सुनी और थाने में दूसरे दिन तक बंद रखा। इसकी भी सूचना एसपी को मिली तो वे थाना पहुंचे और दरोगा को निलंबित कर दिया। वहीं पुलिस निरीक्षक जयशंकर मिश्रा को लाइन हाजिर कर उन्हे निलंबित करने की सिफारिश डी आई जी मुंगेर से की है।