जिला न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में आयोजित इस लोक अदालत में कुल 448 मामले निपटाए गए। इसमें न्यायालय में लंबित 103 मामले जबकि बैंक ऋण संबंधी 345 मामले शामिल हैं। राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक ऋण के तीन करोड़ 19 लाख से अधिक राशि का समझौता हुआ तथा मौके पर लगभग एक करोड़ राशि की वसूली भी की गई। इसके पहले जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी अध्यक्ष एडीजे द्वितीय राजीव कुमार द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन दीप जलाकर किया गया। इस मौके पर कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मो हसीमुउद्दीन अंसारी एडीजे तृतीय संजय सिंह विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव विवेकानंद जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव विनोद कुमार सिंह उपाध्यक्ष चंद्रमौली प्रसाद यादव अभियोजन पदाधिकारी संजीव कुमार सतनारायण प्रसाद सिंह सहित बड़ी संख्या में न्यायिक अधिकारी अधिवक्ता बैंक प्रबंधक और जिले के दूर-दूर से आए मामलों का निपटारा करने वाले पक्षकार उपस्थित थे। इस अवसर पर प्राधिकार के अध्यक्ष प्रभारी राजीव कुमार ने सभी न्यायिक अधिकारियों और बैंक प्रबंधकों को इस राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों का निपटारा कर लोगों को सस्ता और त्वरित न्याय देने की अपील की। जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा मामलों के निपटारे के लिए आठ पीठ का गठन किया गया था। लोक अदालत को लेकर न्यायालय परिसर में विशाल शामियाना लगाया गया। यहां लोगों के बैठने के साथ साथ पीने के पानी और कोरोना नियमों के अनुपालन को लेकर मास्क आदि की व्यवस्था की गई थी। लोक अदालत में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए लेकिन बैंक और सरकारी विभागों के हठधर्मिता के कारण बड़ी संख्या में लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।