स्थानीय आर डी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की तरफ़ से आयोजित सात दिवसीय विशेष कैम्प किया। एन एस एस इकाई की छात्र-छात्राओं ने सुबह दस बजे एक रैली की शक्ल में पचना गांव के लिए प्रस्थान किया। रैली को कॉलेज प्राँगण से प्राचार्या डॉ दिवाकर कुमार ने शुभकामनाओं के साथ विदा किया। पचना गांव पहुंचने के बाद वहां एन एस एस की छात्र-छात्राओं ने ग्रामवासियों के सामने टी बी जागरूकता अभियान के विषय पर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। शिविर के दूसरे दिन के रिसोर्स प्रशन डॉ शशि पांडेय ने गॉववासियों एवं स्कूल के बच्चे को बताया के करोना के बाद टीवी ही एक ऐसा बीमारी है जो बहुत तेजी से संक्रमित होने वाला बीमारी है। इसलिए लोगों को इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए । छात्र-छात्राओं की तरफ़ से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से टी बी के लक्षणों,एवं इस बीमारी से कैसे बचा जाएगा और सरकार के द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं। नुक्कड़ नाटक एवं सभा के पहले छात्र-छत्राओं ने भ्रमण किया और मोहल्लेवासियों से जानना चाहा कि इन लोगों को टी बी बीमारी के बारे जानकारी है या नही उसके बाद ग्रामवासियों में द्वारा विभिन्न तरह के प्रश्नों के उत्तर द्वारा उनकी शंकाओं का निदान किया। एन एस एस की छात्र-छात्राओं ने मोहल्लेवासियों से आग्रह किया टी बी बीमारी को हल्के में न लें यह जानलेवा बीमारी है इसके साथ एन एस एस के छात्र-छात्राओं ने लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया । प्रो. रकीब अंसारी ने बताया की टी बी एक क्रोनिक एवम तेजी संक्रमित होने वाला बीमारी है और दुनिया मे कोविड-19 के बाद दूसरा संक्रमित बीमारी है जिससे मरने वालों की संख्या ज्यादा है । फिर इन्होंने बताया कि यह के इलाजयुक्त बीमारी है जो कि सरकारी अस्पतालों में इसका इलाज मुफ्त किया जाता है ।एन एस एस प्रोग्राम ऑफिसर प्रो अमित कुमार कहा हम एन. एस.एस के माध्यम से अपनी बच्चे-बच्चियों को न केवल टी बी बीमारी से लड़ने में न सहायक बना रहे हैं बल्कि समाज सेवा के लिए उनकी नैतिक जिम्मेदारी से उन्हें अवगत करा रहे हैं। इस प्रोग्राम में पचना गांव के महिलाएं एवं बच्चे ने चढ़-बढ़ कर हिस्सा लिया।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।