केयर इंडिया के द्वारा जिला स्तर पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण सेक्सुअल वायलेंस के ऊपर सभाकक्ष सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित किया गया । इस मौके पर सभी प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित हुए। इस प्रशिक्षण में सेक्सुअल वायलेंस से संबंधित इन बिंदुओसंबंधित गाइडलाइन,चिकित्सा पदाधिकारी के अधिकार,साक्ष संग्रहित करना,कंसेंट फॉर्म भरना,पीड़िता का इतिहास पता करना,कानूनी विधि तथा नमूना संग्रह के बारे में विस्तार से बताया गया । यह ट्रेनिंग केयर इंडिया के राज्य प्रतिनिधि अंशु कुमारी तथा फैसिलिटेटर अभिनव कुमार द्वारा दी गई । जिसमें बताया गया कि चिकित्सा पदाधिकारी को किस तरह से अपने कार्य को संपन्न करना है तथा नई गाइडलाइन के अनुसार 96 घंटे के अंदर हमें सैंपल भी कलेक्ट कर लेना है मेडिकल लीगल एग्जामिनेशन रिपोर्ट को हम किस तरह से भरेंगे चिकित्सा पदाधिकारी को सिर्फ एग्जामिनेशन रिपोर्ट देना है ना कि वह अपना उस पर निर्णय लिखेंगे। क्योंकि यह कानूनी प्रक्रिया है जिसमें चिकित्सा पदाधिकारी को अपना अधिकार पता होना अनिवार्य है ताकि वह बिना दबाव अपना कार्य संपन्न कर सके। प्रशिक्षण के दौरान मेडिकल किट भी दिखाई गई जो कि चिकित्सा पदाधिकारी को साक्षय संग्रहण में मदद मिलेगी तथा इस किट को जिला एवं प्रखंड स्तर पर सभी पीएससी एवं एपीएससी पर उपलब्ध कराने की योजना भी की जा रही है । तथा सेक्सुअल वायलेंस संबंधित जिला स्तर पर सिविल सर्जन की अगुवाई में एक कमेटी भी बनाई जाएगी जो कि इस तरह के सारे केसेस को जिला स्तर पर देखेंगे। उपस्थित चिकित्सा पदाधिकारी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा वाद विवाद में भी प्रतिभागी रहे । प्रशिक्षण में मौजूद सिविल सर्जन डॉ पृथ्वीराज, डीपीएम श्याम कुमार निर्मल तथा केयर इंडिया के DTL अभिनव कुमार एवं आलोक कुमार सहित अन्य मौजूद रहे। सिविल सर्जन शेखपुरा द्वारा इस पहल की काफी प्रशंसा की गई तथा चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ अपने अनुभव को भी साझा किया ।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।