निमोनिया से बचाव और उपचार को लेकर स्वास्थ विभाग द्वारा डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य कर्मियों का सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है । जिला मुख्यालय स्थित एक निजी होटल के सभागार में 2 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉक्टर पृथ्वीराज एसीएमओ प्रशिक्षक डॉ गजेंद्र कुमार डॉ राघव राम डॉ सिंधु कुमारी सहित बड़ी संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। इस अवसर पर स्वास्थ विभाग के चिकित्सकों के साथ-साथ पटना से आए प्रशिक्षकों ने इस संबंध में विस्तृत रूप से सभी को दक्ष करने का प्रयास किया। इस संबंध में प्राप्त जानकारी बताया गया कि सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन फॉर निमोनिया यानि सांस कार्यक्रम के तहत प्रथम दिन जिले के 16 डॉक्टर और नर्सों को इसका प्रशिक्षण दिया गया। यह सभी यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत आशा दीदी को प्रशिक्षित करने का कार्य करेंगे और आशा दीदी लोगों को घर-घर जाकर निमोनिया से बचाव और इलाज के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन ने बताया कि निमोनिया मुख्यत सांस की बीमारी है। यह बच्चों को तेजी से संक्रमित करता है । इसका समय पर इलाज और टीकाकरण के बाद सुधार किया जा सकता है। डाक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को निमोनिया को लेकर चिकित्सा के अन्य साधनों के साथ-साथ बच्चों को कृत्रिम ऑक्सीजन देने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि के संचालन सहित अन्य प्रकार की सघन प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है। डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के अलग-अलग बैच बनाकर प्रशिक्षण का कार्य कल भी जारी रहेगा। सिविल सर्जन ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को निमोनिया के रोकथाम को लेकर मील का पत्थर होने का दावा किया है।पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।