बुधवार को जिले के पैक्स और व्यापार मंडल द्वारा किसानों के धान की अधिप्राप्ति न किए जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले क्लेक्ट्रेट के मुख्य द्वार के सामने धान की अनाज को जलाकर रोष जताया। किसानों ने कहा कि पैक्स और व्यापार मंडल की मनमानी पर लगाम लगाने की ताकत और प्रशासनिक सिस्टम में खत्म हो चुकी है। जिसके कारण पैक्स और व्यापार मंडल भ्रष्टाचार के आकंठ में डूब चुका है। किसानों की जगह व्यापारियों से धान की खरीद की जा रही है.। वहीं किसान औने-पौने दाम पर धान को खुले बाजार में बेचने को मजबूर हैं। किसान यूनियन इस पर कड़ा रोष जताती है। कई किसान ऐसे हैं जिन्होनें पिछ्ले साल धान पैक्स में बेचा है, लेकिन उसका अबतक भुगतान बकाया है. किसान परेशान हैं। लेकिन इसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। इसके पहले किसानों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी की और खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की।. यूनियन के संरक्षक सुरेश प्रसाद, जिलाध्यक्ष वशिष्ठ यादव, उपाध्यक्ष चंद्रभुषण पांडेय, चन्दर मांझी, उदय प्रसाद, जितेन्द्र कुमार, सुबोध कुमार, राम जतन चौहान, उमेश कुमार सहित अन्य किसान शामिल थे। किसानों ने पैक्स और व्यापार मंडल में धान की खरीद में मनमानी बंद करने, उर्वरक खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने, पैक्स और व्यापार मंडल के द्वारा धान खरीद में किए जा रहे मनमानी पर अविलंब रोक लगाने की मांग की।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।