अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मंडल कारा स्थित बंदियों के बीच कई कार्यकम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर काराधीक्षक बिनोद सिंह, सहायक अधीक्षक सुशिल कुमार. काराकर्मी एवं मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के धनंजय प्रसाद सिंह उपस्थित थे। इस अवसर पर अधिकारियो द्वारा बंदियों के बीच कैरम बोर्ड वितरित किया गया। इस अवसर पर बंदियों को सम्बोधित करते हुए कारा अधीक्षक बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि मानवाधिकार का मूलमंत्र है। दूसरे के अधिकार में हस्तक्षेप नहीं करना। जहाँ दूसरे का विधिक अधिकार शुरू होता है वहां हमारा अधिकार समाप्त होजाता है। जेल में बंद कैदियों के भी बहुत से मानवाधिकार हैं। उन्हें जीने के अधिकार के साथ सम्मान के साथ भोजन-पानी, केस लड़ने आदि के अधिकार सम्विधान में वर्णित है। इस मौके पर जेल में बंद प्रो ललन प्रसाद ने भी मानवाधिकार को लेकर क़ानूनी किताबो में निहित अधिकारों को कैदियों के बीच साझा किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अधिवक्ता धन्जन्जय कुमार ने बताया कि जेल में बंद सभी लोगो को हर प्रकार से मदद पहुचाने में प्रधिकर सतत लगा हुआ है। उन्होंने जेल में किसी प्रकार की असुविधा को लेकर इसकी शिकायत और सुझाव उन्हें देने को कहा ताकि वे इसे प्राधिकार के पास पंहुचा सके। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर इस आयोजन पर बंदियों के बीच ख़ुशी देखी जा रही थी।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।