आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के तहत जिला कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। गया ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अंतर्गत किसानों को इस संबंध में जागरूक करने का प्रयास किया गया। अमृत महोत्सव के तहत जिला कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा पूरे साल किसानों के कल्याण के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में 45 किसानों ने भाग लिया जिसमें महिलाएं भी शामिल थी। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ शबाना, डॉ नवीन कुमार ,डॉ विनय कुमार मंडल आदि ने किसानों को विभिन्न प्रकार की जानकारी दी। खासकर सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं और मौसम के बारे में जानकारी दी गई। मौसम के बारे में पहले से जानकारी प्राप्त कर किसान किस प्रकार अपनी खेती के कार्यक्रम में फेरबदल कर सकते हैं। इसके बारे में विस्तार से बताया गया किसानों के रोज-रोज के क्रियाकलापों में मौसम का बहुत बड़ा हाथ है। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों को मौसम संबंधी जानकारी दिए जाने की व्यवस्था की गई है ।यहां लगे अत्याधुनिक कृषि सेंसर से किसानों के मौसम में होने वाले किसी प्रकार के बदलाव को तुरंत साझा किया जाता है। साथ ही किसानों को मौसम आधारित खेती के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया गया । यह कार्यक्रम बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है। जागरूकता शिविर में उपस्थित किसानों ने इस कार्यक्रम को सार्थक बताया। इसे खेती के कार्य में मददगार के रूप में अपनाने की सीख ली।पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।