सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर खेत तक पानी के लिए सर्वे कार्य नहीं करने को लेकर जिले के 53 किसान सलाहकारों का डीएओ ने किया वेतन बंद। शेखपुरा। किसान सलाहकार के द्वारा अपनी मांगो के समर्थन में तकनीकी कार्य नहीं करने से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर खेत पानी का कार्य ठप्प हो गया है इसको लेकर जिला कृषि पदाधिकारी ने जिले के सभी किसान सलाहकारों की बैठक बुलाई है सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर खेत तक पानी के लिए सर्वे कार्य नहीं करने को लेकर जिले के 53 किसान सलाहकारों का वेतन बंद कर दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी शिवदत्त प्रसाद सिन्हा ने बताया कि सर्वे कार्य नहीं करने वाले किसान सलाहकारों पर विभागीय कार्यवाही की जायेगी। डीएओ की इस कार्रवाई से किसान सलाहकारों में हड़कंप मच गया। जबकि, डीएओ ने सभी किसान सलाहकारों से काम पर लौटने का अंतिम मौका दिया है। साथ ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर खेत को पानी के लिए सर्वे काम करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि किसान सलाहकार काम करते हुए अपनी मांग रखें। कृषि विभाग और सरकार उनकी उचित मांगों पर विचार करेगी। अगर वे नहीं लौटते हैं और कार्य में बाधा पहुंचाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं किसान सलाहकारों का कहना है कि हमलोग बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के साथ हैं संघ का का जो निर्णय होगा उसका पालन किया जायेगा। बता दें कि बिहार राज्य किसान सलाहकार संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर 16 अगस्त से हीं जिले के सभी किसान सलाहकार तकनीकी कार्य से अलग होकर गैरतकनीकी कार्य को काली पट्टी बांधकर बखूबी कर रहे हैं।मंगलवार को किसान सलाहकारों ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला कृषि कार्यालय के समक्ष एकजुट होकर विरोध जताया। सरकार पर सलाहकारों ने वादाखिलाफी का आरोप लगाया।किसान सलाहकारों ने मानदेय में वृद्धि करने, राज्य कर्मी का दर्जा देने, ईपीएफ में कटौती करने, जनसेवक के पद समायोजन करने की मांग को लेकर वर्तमान में सलाहकार काली पट्टी लगाकर विभाग के गैर तकनीकी कार्य को निबटा रहे हैं। सलाहकारों ने कहा कि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन तेज होगा।