क्वारेंटिन सेंटर पर ड्यूटी में लगाये गये शिक्षको ने पीपीइ यानि पर्सनल पोतेक्ट इक्वुप्मेंट की मांग की है। पीपीइ नहीं दिए जाने पर क्वारेंटिन ड्यूटी का 22 मई से वहिष्कार की चेतावनी दी है। शिक्षक संघ बिहार संघर्ष समन्वय समिति द्वारा इस सम्बन्ध में प्रखंड विकास पदाधिकारी व सीओ को पत्र लिखा है। समिति के प्रखंड अध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि बीडीओ और सीओ के आदेश से सभी क्वारेंटिन सेंटर पर ड्यूटी बजा रहे है। ड्यूटी करने वालो में अधिकांश नियोजित शिक्षक है। नियोजित शिक्षक को सरकार के द्वारा कोरोना योद्धा के लिए शुरू किये गये 50 लाख रूपये के बिमा राशि के दायरे में भी नहीं है। एसी स्थित में इस महामारी के दौरान क्वारेंटिन सेंटर पर कार्य करना डर और असुरक्षित है. इनके बाद इनके परिवार को भी किसी प्रकार का सहारा नहीं रहेगा। क्वारेंटिन केंद्र पर रहने वाले प्रवासी बात बात पर हंगामा भी करते हैं। इन्हें रोकने के लिए पीपीइ किट बहुत ही जरुरी है।
